🌼 राधा के गिरीधारी 🌼
मनमोहन मनभावन नाचे कुंज बिहारी I
सबके छीन लूट लियो राधा के गिरिधारी II
सबके छीन लूट लियो राधा के गिरिधारी II
कहत गोपी मधुबनमे नंदलाल आयो I
बरखा बन राधे-श्याम घुमड घटा छायो II
बरखा बन राधे-श्याम घुमड घटा छायो II
रंग गयी चुनर और मगन भयो ब्रिजलाल I
संग भई ब्रिजबाला किशन होय मोहजाल ।।
संग भई ब्रिजबाला किशन होय मोहजाल ।।
मची धूम खेल होरी सब गोप वृन्दावनमे I
कहत झूम राधा श्याम बसे कण-कणमे II
कहत झूम राधा श्याम बसे कण-कणमे II
- नेहा लिमये
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